सोशल मीडिया अकाउंट्स, ईमेल, इंटरनेट बैंकिंग इन सभी के लिए अलग-अलग पासवर्ड बनाना और याद रखने में काफी मशक्कत करने पड़ती है। ऐसे में ज्यादातर यूजर सभी अकाउंट के लिए एक ही पासवर्ड बना लेते हैं या इतना आसान पासवर्ड बना लेते हैं जिसे आसानी से याद रखा जा सके। यूजर्स की इसी लापरवाही का फायदा उठाकर हैकर्स इन्हें आसानी से हैक कर लेते हैं और निजी जानकारियों समेत बैंक अकाउंट पर हाथ साफ कर लेते हैं। हर साल की तरह इस साल भी सबसे कमजोर पासवर्ड की लिस्ट जारी की गई है। ये पासवर्ड ऐसे हैं जिन्हें कोई भी आसानी से क्रैक कर सकता है।
2018 के सबसे खराब पासवर्ड की लिस्ट में भी 123456 नंबर-1 पर था
ये लिस्ट डेटा पासवर्ड मैनेजमेंट कंपनी स्प्लैशडेटा की तरफ से जारी की जाती है। इस साल के लिस्ट एनुअल राउंडअप 50 लाख पासवर्ड पर आधारित है। ये सभी पासवर्ड 2019 हुए डेटा लीक के दौरान लीक कर दिए गए थे। इन्हीं पासवर्ड में से ही कंपनी 50 ऐसे चुनिंदा पासवर्ड की लिस्ट जारी की जिन्हें सबसे कमजोर माना गया है। अगर आपका पासवर्ड भी इस लिस्ट में शामिल है तो उसे तुरंत बदलें और नया स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बना लें।
ये इस साल के सबसे कॉमन पासवर्ड हैं, जिन्हें यूजर्स द्वारा विभिन्न अकाउंट के लिए इस्तेमाल किया गया है। ऐसे पासवर्ड रखने के पीछे बड़ी वजह ये होती है कि इन्हें याद रखना आसान है। इनमें से कुछ पासवर्ड्स की-बोर्ड के हिसाब से बनाए गए हैं तो कुछ किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर आधारित है। लेकिन कई यूजर्स इस बात से अंजान रहते हैं कि हैकर्स को यह सभी कॉम्बीनेशंस पता होते हैं और वे इन्हें आसानी से क्रैक कर लेते हैं।
- जब भी आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट, ई-मेल या इंटरनेट बैंकिंग का पासवर्ड बना रहे हैं तो आपको हमेशा अल्फा न्यूमैरिक पासवर्ड बनाना चाहिए। अल्फा न्यूमैरिक पासवर्ड में कैपिटल लैटर्स, स्मॉल लैटर्स के अलावा नंबर और स्पेशल कैरेक्टर का कॉम्बिनेशन होना काफी जरूरी है। अल्फा न्यूमैरिक पासवर्ड को क्रैक करना किसी भी हैकर के लिए आसान नहीं होता है।
- पासवर्ड बनाने के बाद यह भी याद रखे कि आपको उसे हर महीने चेंज करना है या उसे में थोड़े बदलाव करना है। पासवर्ड लगातार बदलते रहने पर भी आपका अकाउंट सुरक्षित रहेगा और हैकर्स को उसमें सेंध लगाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।